What is SIP (Systematic Investment Plan) in Mutual Funds in Hindi ?

What is SIP (Systematic Investment Plan) in Mutual Funds in Hindi ?

नमस्कार दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपको SIP यानी Systematic Investment Plan के बारे में जानकारी देंगे (What is SIP “Systematic Investment Plan”) | दोस्तों पैसों की ज़रुरत किसे नहीं होती, हम सभी पैसे कमाने के लिए मेहनत करते हैं | पैसे कमाने के लिए कोई Office जाता है, कोई दूकान जाता है या कोई मजदूरी करता है | भले ही दोस्तों सब लोग पैसा कमाने के लिए अलग-अलग जाते हों लेकिन उन सबका उद्देश्य एक ही होता है और वो है “पैसे कमाना” | हमे वैध तरीके से ही पैसे कमाने चाहिए क्योंकि अवैध तरीके से पैसा कमाना ठीक नहीं होता है | बाज़ार में ऐसी बहुत सी Scheme हैं जो हमारे Invest किये गए धन पर बहुत अच्छा ब्याज देती हैं और SIP उन्ही Schemes में से एक है | तो दोस्तों यदि आप इस SIP यानि Systematic Investment Plan के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो फिर हमारे इस पोस्ट को अंत तक पूरा पढ़ें |

दोस्तों जिन्हें शेयर बाजार यानी Share Market के विषय में अधिक जानकारी नहीं है उनके लिए SIP द्वारा निवेश करना बेहतर तरीका है जिससे निवेशक ज्यादा Risk उठाने की ज़रुरत नहीं पड़ती है | तो चलिए दोस्तों अब आपका ज़्यादा समय बर्बाद ना करते हुए हम आपको SIP यानि Systematic Investment Plan के बारे में जानकारी देना शुरू करते हैं |

What is SIP (Systematic Investment Plan) in Hindi - 

दोस्तों SIP का मतलब होता है “Systematic Investment Plan” अर्थात् व्यवस्थित निवेश योजना | SIP Mutual Fund में Invest करने का एक रास्ता है, जिसके द्वारा आप एक निश्चित राशि को, एक निश्चित अंतराल पर अपने पसंद के Mutual Fund में Invest कर सकते हैं | SIP नियमित रूप से निवेश के सिद्धांत पर काम करता है | यह Recurring Deposit यानी RD की तरह ही है जिसमें आपको हर महीने कुछ छोटी धनराशि डालनी होती है | SIP आपको एक Mutual Fund में एक साथ 5,000 रूपए के Investment की बजाय 5000 रूपये को 10 हिस्सों में बाँट कर Invest करने की सुविधा देती है, जिससे आप अन्य वित्तीय जिम्मेदारियों को प्रभावित किए बिना ही अपने Mutual Fund में Invest कर सकते हैं |

आमतौर पर यह निश्चित राशि कम से कम 500 रूपए की हो सकती है और आप इस धनराशि को हर हफ्ते, हर महीने या हर तीन महीने में invest कर सकते हैं | जब आप SIP (Systematic Investment Plan) की शुरुआत करते हैं तो आपको अपने Mutual Fund House को यह बताना होता है की यह SIP एक निश्चित अवधि (Fixed Duration) के लिए है या यह लगातार (Perpetual) SIP है | यहाँ निश्चित अवधि 6 महीने की भी हो सकती है और 1, 2, 3, 5 या इससे भी अधिक साल तक | Perpetual SIP में आप जब भी अपनी SIP को रोकना चाहें, तब आप अपने Mutual Fund House को इसकी जानकारी देकर अपनी SIP को बड़ी ही आसानी से रोक सकते हैं | SIP द्वारा Invest करने से Invest करना और भी आसान हो जाता है तथा इसमें Risk भी कम हो जाता है |



SIP में आप हर महीने एक निश्चित राशि से किसीं कंपनी के फंड में निवेश कर सकते हैं और उससे Units खरीद सकते हैं | उदाहरण - यदि किसी कंपनी के फंड का NAV(Net Asset Value) Rs.10 है तो Rs.1000 निवेश के बदले आपकों 100 Unit आपके खाते में प्राप्त हो जाएँगे | जब आप Scheme से बाहर निकलना चाहे तो अपनी Units को उस समय के बाजार भाव पर बेचकर मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं | मान लीजिए की आपके पास Rs.50,000 हैं Invest करने के लिए तो आप इन्हें एक ही दिन निवेश ना करके SIP में Rs.5000 प्रति माह के हिसाब से 10 महीने तक निवेश कर सकते हैं |

Benefits of SIP (Systematic Investment Plan) ? | SIP निवेश के फायदे -

1.) Small Investment Amount (छोटी निवेश राशि) - निवेश करने के लिए अपने खर्चों में से छोटी धनराशि निकालना ज्यादा आसान होता है | लम्बे समय तक इस छोटी राशि को निवेश करके आप एक बड़ी रकम प्राप्त कर सकते हैं |

2.) Rupee Cost Averaging (रूपये की कीमत का औसत) - यह मुख्य रूप से शेयरों में निवेश के लिये उपयोगी है | यह लंबी अवधि में आपकों शानदार रिटर्न देते हुए आपकी लागत के औसतीकरण में मदद करता है | एकमुश्त नियमित निवेश के समय जब NAV घटता है तो आप ज्यादा UNITS खरीद पाते है और जब NAV बढता है तब आप कम Units खरीद पाते हैं | यह रूपये की औसत लागत की नीति होती जो एक लंबी अवधि के समझदार निवेश के लिए बनाई गई है | यह सुविधा अस्थिर बाजार में निवेश के खतरे को कम करती है और बाजार के उतार-चढाव भरे सफर में आपको सहज बनाए रखती है |

3.) Ease of Investment (निवेश करने में आसानी) - Online निर्देश दे कर SIP में निवेश किया जा सकता है | एक निश्चित तारीख को Mutual Fund आपके खाते से निशचित राशि लेता है और आपके चुने हुए Plan में उस राशि को निवेश कर देता है | 

चलिए इसको हम एक उदहारण देकर समझाते हैं - मान लीजिए की मनीष और शुभम दो दोस्त हैं और दोनों ने अपनी पत्नियों से यह वादा किया कि अगली शादी की सालगिरह पर वह उन्हें सोने का हार लाकर देंगे | मनीष पूरे साल इंतज़ार करते रहा कि जब सोना सस्ता होगा तब ले लूँगा | कई बार सोना सस्ता भी हुआ मगर मनीष को लगता कि सोना अभी और सस्ता होगा | मनीष उस साल सोने का हार नहीं ले पाया और सालगिरह आने पर जो कीमत थी मनीष को उसी कीमत पर हार लेना पड़ा |

वहीँ अगर हम बात करें शुभम की तो उसने पहले महीने से ही Gold ETF में SIP निवेश शुरू कर दिया था | जब-जब सोने की कीमत कम होती थी, तो शुभम का निवेश हो जाता था | इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं की हार की कीमत किसने ज्यादा दी होगी |

4.) Power of Compounding (रूपये के जुङते रहने की शक्ति) - अगर आप नियमित रूप से किसी Mutual Fund में एक छोटी सी रकम Invest करते हैं तो आपकी धनराशि और भी ज्यादा तेज़ी से बढ़ेगी | बस यही उसूल होता है Compounding का लेकिन इसके लिए आपको अभी से शुरुआत करनी होगी क्योंकि 5 साल की भी देर, जो की आपको अभी इतना समय ना लगता हो आपको करोड़पति बनने से रोक सकता है | चलिए उदाहरण के साथ इसे समझते हैं - अगर आप 15 साल तक हर महीने 5 हज़ार रूपए निवेश करते हैं, तो आपने कुल मिलाकर 9 लाख निवेश किए | यदि साल भर का Return हम 18% लें, तो ये 9 लाख बढ़कर 45 लाख 96 हज़ार तक बन सकते हैं |


चलिए एक और उदहारण लेते हैं - अगर आप यही 5 हज़ार हर महीने 20 साल के लिए करते हैं तो आपने कुल मिलाकर 12 लाख निवेश किए हैं | साल भर के 18% Return पर यह बढ़कर 1 करोड़ 17 लाख तक बन सकती है | तभी तो वो 5 साल के अधिक निवेश ने आपकी आखरी रकम को दोगुने से भी ज्यादा बना दिया है |

दोस्तों इसका यह आसान सा फंडा है की जितने लम्बे समय तक आप निवेश करेंगे, उतना ही ज्यादा आपको Return भी मिलेगा। 

5.) Low Risk (रिस्क में कमी) - SIP (Systematic Investment Plan) का सबसे बड़ा फ़ायदा यही है की इसमें Risk बहुत काम होता है | मान लीजिए की किसी Investor के पास Share Market में Invest करने के लिए 50,000 रूपए है | उसने इन पैसों को एक साथ Share Market में लगा दिया | अब अगले दिन Market कैसा रहेगा यह कोई नहीं जानता अर्थात Market ऊपर भी जा सकता है अथवा नीचे भी | अगर यही Investment थोड़े-थोड़े अंतराल में बाँट कर की जाए तो Risk में कमी आ ही जाती है |

6.) Tax Rebate (टैक्स में छूट)SIP (Systematic Investment Plan) में पैसे डालने या निकालने पर किसी भी प्रकार का कोई Tax या शुल्क नहीं लिया जाता है | 

7.) Systematic Investment (अनुशासित निवेश) - SIP में नियमित समय के लिए एक छोटी राशि निश्चित अंतराल से आपके खाते से निकाली जाती है और Invest की जाती है, जिससे आपकों छोटी बचत के अनुशासन का फायदा मिल जाता है |

तो दोस्तों उम्मीद करते हैं की आपको SIP (Systematic Investment Plan) से संभांधित सारी जानकारी देने में हम सफल हुए होंगे |

हमारे ख्याल से दोस्तों अब आप समझ गए होंगे की - What is SIP (Systematic Investment Plan) in Mutual Funds in Hindi.

यदि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे Like, Share और Comment करना ना भूलें ताकि हम आपके लिए ऐसी पोस्ट लाते रहें |

दोस्तों यदि आप चाहें तो निचे दिए गए पोस्टों को भी पढ़ सकते हैं - 

1.) What is The Difference Between Fixed Deposit (FD) And Mutual Fund ?

2.) What is Demat Account And How Does It Works in Hindi ?

3.) What is the Difference Between Current Account and Saving Account in Hindi ?

4.) What is Mutual Fund and Types of Mutual Funds in Hindi ?

5.) What is The Difference Between Fixed Deposit FD and Recurring Deposit RD ?

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