Types Of Two Wheeler Insurance in India in Hindi | भारत में वाहन बीमा के प्रकार !

Types Of Two Wheeler Insurance in India in Hindi  | भारत में वाहन बीमा के प्रकार !

दोस्तों आज का यह पोस्ट उन सभी लोगों के लिए पढ़ना बहुत ज़रूरी है, जिनके पास दो पहियाँ वाहन है फिर चाहे वो बाइक हो, स्कूटी हो या फिर स्कूटर | क्योंकि आज के इस पोस्ट में हम आपको यह बताएँगे कि Two Wheeler Insurance कितने प्रकार के होते हैं | तो दोस्तों यदि आप यह जानना चाहते हैं तो फिर इसके लिए आपको हमारी इस पोस्ट को अंत तक पूरा पढ़ना होगा | क्योंकि इसे पढ़ने के बाद ही आप अपने Two Wheeler के लिए एक अच्छी इन्शुरन्स पॉलिसी को चुन सकते हैं और फिर उसे खरीद भी सकते हैं |

वर्तमान समय में हमारे देश में ज़्यादातर लोगों के पास अपना Two Wheeler वाहन है और ऐसे में उनके लिए अपने वाहन के लिए इन्शुरन्स लेना बहुत ही ज़रूरी है | क्योंकि वाहन इन्शुरन्स हमें किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर आर्थिक नुक्सान होने से बचाता है | साथ ही साथ वाहन में हुई किसी भी प्रकार भी टूट फूट की भरपाई भी करता है | इसलिए हमें अपने वाहन का इन्शुरन्स कराना ही चाहिए क्योंकि क्या पता कब क्या हो जाए | 

इसके अलावा दोस्तों वाहन इन्शुरन्स वाहन के मालिक को एक सुरक्षा कवर भी प्रदान करता है, जिसके चलते कोई दुर्घटना होने पर उसे पूरा कवर दिया जाता है | दोस्तों यदि आपके पास अपनी Bike, Car या कोई अन्य वाहन है तो आपको उसका Insurance कराना चाहिए | तो चलिए दोस्तों अब आपका ज्यादा समय बर्बाद ना करते हुए हम आपको Bike Insurance के Types के बारे में जानकारी देना शुरू करते हैं |


लेकिन उससे पहले दोस्तों यदि आप चाहें तो हमारे इस वाले पोस्ट को भी पढ़ सकते हैं - Top 5 Bike/ Two Wheeler Insurance Company in India 2018.

Types Of Two Wheeler Insurance in Hindi | वाहन बीमा के प्रकार -

वैसे तो दोस्तों आमतौर पर Vehicle Insurance 3 प्रकार के होते हैं, जोकि आप निचे देख सकते हैं -

1.) Full Party या Comprehensive Insurance -

यदि किसी व्यक्ति ने यह इन्शुरन्स कराया है तो दुर्घटना के बाद दोनों वाहनों यानी दुर्घटना में मौजूद दोनों वाहनों के Driver, दोनों वाहनों में बैठे हुए लोगों सहित दोनों वाहनों की टूट फूट की भरपाई Insurance Company ही करती है |

इसके अलावा दोस्तों इसमें आपको वाहन के पार्ट्स के हिसाब से भी Claim मिलता है | जैसे की यदि किसी दुर्घटना में कोई लोहे का पार्ट टूटता है तो उसमें शायद आपको 15% देना होता है तथा फाइबर का पार्ट टूटने पर शायद 70 : 30 का Ratio होता है |

इसे भी ज़रूर पढ़ें - What is NCB in Motor/ Vehicle Insurance & How NCB Works in Hindi ?

2.) Third Party Insurance

दोस्तों यदि आपके वाहन का Third Party Insurance है और आपका वाहन किसी अन्य वाहन के साथ टकरा जाता है या फिर कोई दुर्घटना हो जाती है | तो ऐसे में वह इन्शुरन्स कंपनी आपके वाहन को तो कोई कवर प्रदान नहीं करेगी | लेकिन उस दुर्घटना में शतिग्रस्त हुए दुसरे वाहन और उसके मालिक को इन्शुरन्स कंपनी सहायता प्रदान करेगी |


मतलब की दोस्तों आपके वाहन द्वारा जिस वाहन का Accident हुआ होगा, Insurance Company केवल उसकी ही भरपाई करेगी | अपनी इसी खूबी के कारण यह इन्शुरन्स Third Party Insurance कहा जाता है |

3.) Zero Depreciation/ Cashless Insurance -

दोस्तों यह इन्शुरन्स चार पहियाँ वाहन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें आपको किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होता है | इसमें आप इन्शुरन्स कंपनी द्वारा Listed Garages में से किसी भी Garage में अपना वाहन ले जाकर ठीक करा सकते हैं |

जिसमें आपको एक भी पैसा खर्च करने की कोई ज़रुरत नहीं पड़ती है और यह बहुत आसान है | इसमें आपको केवल File Handling Charges ही देने होते हैं | दुसरे इन्शुरन्स के मुकाबले यह इन्शुरन्स 20% तक महँगा हो सकता है लेकिन इसके बहुत सारे फायदे भी हैं | यदि आपके पास अपना Four Wheeler Vehicle है तो उसके लिए यह Insurance सबसे अच्छा रहेगा |

इसे भी ज़रूर पढ़ें - What is IDV in Vehicle Insurance Policy And Why IDV is Important ?

तीनों Insurance में से ज़्यादातर लोगों द्वारा Full Party/ Comprehensive Insurance को ही सबसे अच्छा माना जाता है | क्योंकि इसमें दुर्घटना होने पर Insurance Company दोनों पक्षों के हुए नुक्सान की भरपाई करती है |

तो दोस्तों यह थे वो Two Wheeler (Bike) Insurance के Types जिनके बारे में हम आपको जानकारी देना चाहते थे |

उम्मीद करते हैं की आपको पता चल गया होगा - Types Of Bikes Insurance in India in Hindi | वाहन बीमा के प्रकार !  

यदि आपके पास दो पहियाँ वाहन है और आप उसका इन्शुरन्स ऑनलाइन करना चाहते हैं तो निचे दी गई विडियो को ज़रूर देखें -

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